राजगढ़ जिला अस्पताल की सीएमएचओ किरण वाडिया को मध्यप्रदेश सरकार के स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री नारायण सिंह पंवार के ऑफिस के नाम से एक फर्जी काल करने वाला ऑडियो सामने आया है, जिसमें संबंधित व्यक्ति सीएमएचओ कार्यालय की एक महिला स्वास्थकर्मी की किसी कार्य के लिए लगाई गई ड्यूटी हटाने के लिए कहता हुआ नज़र आ रहा है। उसका कहा न मानने पर कुछ इस तरह के धमकी भरे शब्द भी इस्तेमाल किए गए, जिसकी शिकायत सीएमएचओ ने कोतवाली थाने में की है।
जानकारी के मुताबिक, वायरल ऑडियो में सामने वाला व्यक्ति सीएमएचओ किरण वाडिया के फोन उठाते ही कहता है, मैडम में नारायण सिंह जी मंत्री के यंहा से बोल रहा हूं। ब्यावरा से मैडम आपने पूजा सोनी की जो ड्यूटी लगाई है, वो मेरे दोस्त की मिसेज है। उसको शुगर की बीमारी अलग है। उसकी ड्यूटी कैंसल करवाओ आप। सीएमएचओ कहती है, कहां ड्यूटी लगी है तो संबंधित व्यक्ति लेटर का हवाला देता है। सीएमएचओ जवाब देती है, मुझे नहीं पता मैं देखूंगी अभी, सामने वाला व्यक्ति कहता है मैं आपको लेटर डाल रहा हूं, उसको देखकर कैंसल करवाओ उसे। सीएमएचओ जवाब देती है, नहीं क्यूं कैंसल करना है। सामने वाला जवाब देता है, अरे मैडम उसे शुगर की बीमारी है, बीमार अलग रहती है। आपने ड्यूटी कैसे लगा दी।
सीएमएचओ जवाब देती है, सभी बीमार हैं, मुझे भी शुगर है तो सामने वाला कहता है तो आप भी घर पर बैठो छुट्टी लेकर। सीएमएचओ कहती है नहीं बैठ सकते न काम करना पड़ता है। सैलरी चाहिए तो काम करना पड़ता है। सामने वाला कहता है, अच्छा ऐसा है मतलब कैंसल नहीं करेंगी आप। सीएमएचओ जवाब देती है, पहले मैं देखूंगी उसे कोई होगा तो करूंगी नहीं तो नहीं करूंगी। सामने वाला अंत में ये कहकर बात समाप्त कर देता है कि ठीक है फिर दिखवाओ उसको दिखवाओ।
उक्त ऑडियो को सीएमएचओ डॉक्टर किरण वाडिया ने कहा कि संबंधित के कॉल के बारे में मैंने मंत्री जी के यहां कन्फर्म किया तो वहां से मुझे बताया गया कि उनके यहां से कोई फोन कॉल नहीं किया गया। हमारे यहां से मंत्री जी के अलावा दो लोग ही कॉल करने के लिए अधिकृत हैं बाकी और कोई नहीं, जिसके पश्चात उन्होंने कोतवाली थाने में आवेदन के माध्यम से इस मामले की शिकायत दर्ज कराई है।
वहीं, महिला स्वास्थ कर्मी, जिसके लिए फोन किया गया था। उसके बारे में सीएमएचओ का कहना है कि ये महिला स्वास्थकर्मी ग्रेड 3 में हमारे यहां सीएमएचओ ऑफिस में ही बाबू है। जो एएनएम कोर्ट से जीतकर आई है, उनके डॉक्यूमेंट्स के वेरिफिकेशन के लिए इनकी ड्यूटी लगाई गई है और सिर्फ इनकी ही नहीं, बल्कि दस लोगो की ड्यूटी इस काम के लिए लगाई गई है। वहीं, कोतवाली थाना प्रभारी वीर सिंह ठाकुर का कहना है कि फिलहाल आवेदन मेरे संज्ञान में नहीं है। लेकिन यदि ऐसा कोई आवेदन थाने में प्राप्त हुआ होगा तो निश्चित तौर पर जांच के पश्चात उसमें कार्रवाई की जाएगी।