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Brainstorming on bad practices in Rajgarh, BJP MLA accepted, public representatives promoting it
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Rajgarh News: राजगढ़ में कुप्रथाओं पर मंथन, BJP विधायक बोले- इन्हें बढ़ावा देने वाले जनप्रतिनिधि, सहयोग जरूरी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, राजगढ़ Published by: राजगढ़ ब्यूरो Updated Fri, 15 Nov 2024 01:15 PM IST
राजस्थान की सीमा से सटा मध्यप्रदेश का राजगढ़ जिला आज भी नातरा झगड़ा जैसी कुप्रथाओं का दंश झेल रहा है। इस कुप्रथा को रोकने के लिए जिले में आने वाले पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी एड़ी-चोटी का जोर लगाते हैं, लेकिन इसके बावजूद इनका फैसला खाप पंचायतों के माध्यम से ही होता है। बाल विवाह और नातरा झगड़ा जैसी कुप्रथाओं की रोकथाम के लिए बुधवार को जिला पंचायत के सभा कक्ष में एक कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में सर्व समाज के जिम्मेदार लोग और जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए, जहां सभी ने अपनी राय रखी और इन कुप्रथाओं की रोकथाम के लिए सुझाव दिए।
इस कार्यशाला में मौजूद खिलचीपुर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हजारीलाल दांगी ने अपने उद्बोधन के दौरान स्वीकार किया कि जब पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी इन कुप्रथाओं को रोकने के लिए पहुंचते हैं तो उन्हें रोकने और ऐसी कुप्रथाओं को बढ़ावा देने वाले हम जनप्रतिनिधि ही होते हैं। यदि हम जनप्रतिनिधि और समाज के जिम्मेदार लोग उनका सहयोग करने लगें तो निश्चित रूप से इस पर नियंत्रण किया जा सकता है।
इस कार्यशाला में मौजूद मुफ्ती शाकीर ने अपने संबोधन में कहा कि मुस्लिम समाज में बाल विवाह न के बराबर है। इसका मुख्य कारण यह है कि जिले के काजियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं। सैय्यद नाजिम अली ने सभी काजियों को यह निर्देश दिया है कि जब तक यह सुनिश्चित नहीं हो जाता कि लड़का और लड़की बालिग हैं तब तक निकाह नहीं पढ़ाया जाता। यह प्रमाण केवल मौखिक नहीं बल्कि कागजों के माध्यम से भी पुख्ता किया जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि वे शासन और प्रशासन का पूरा सहयोग करते हैं और आगे भी करते रहेंगे।
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