शहडोल जिले में चार जंगली हाथियों का मूवमेंट लगातार बना हुआ है, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। मंगलवार तड़के इन हाथियों ने उधिया गांव की बस्ती में घुसकर भारी नुकसान पहुंचाया, खेतों की फसलें बर्बाद कर दीं और कई घरों में तोड़फोड़ की। हाथियों का यह झुंड पिछली रात शहडोल-बुढार हाईवे तक पहुंच गया था, जिससे एहतियातन कुछ देर के लिए हाईवे को बंद करना पड़ा।
15 घंटे में चार गांवों से गुजरे हाथी, 30 किलोमीटर का मूवमेंट
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, बीते कुछ दिनों से जिले में चार जंगली हाथियों का लगातार मूवमेंट बना हुआ है। सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक 15 घंटे के भीतर ये हाथी विचारपुर, कंचनपुर, हररी और धुरवार गांवों की बस्तियों से गुजरते हुए लगभग 30 किलोमीटर की दूरी तय कर चुके हैं। इस दौरान इन हाथियों ने कई घरों व खेतों में तोड़फोड़ और नुकसान किया।
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उधिया गांव में मचाया तांडव, खेतों की फसलें चौपट
मंगलवार सुबह ये हाथी उधिया गांव की आबादी क्षेत्र में घुस आए और भुट्टे सहित कई फसलों को खा गए। गांव के किसानों ने बताया कि हाथियों ने कई बाड़ियों और खेतों में घुसकर भारी नुकसान पहुंचाया है। ग्रामीण रमेश ने बताया, “हाथी गांव के बीचों-बीच पहुंच चुके हैं, खेतों को बर्बाद कर दिया है, हमें डर है कि अगर इन्हें जल्द हटाया नहीं गया, तो और नुकसान होगा।”
हाईवे बंद, प्रशासन सतर्क
सोहागपुर थाना प्रभारी भूपेंद्र मणि पांडे ने जानकारी दी कि हाथी सोमवार रात धुरवार टोल प्लाजा के पास शहडोल-बुढार हाईवे पर आ गए थे। इसके चलते हाईवे को कुछ समय के लिए सुरक्षा की दृष्टि से बंद करना पड़ा। वहीं, पुलिस और वन विभाग के कर्मचारी छतों से हाथियों की लगातार निगरानी कर रहे हैं। वन विभाग का कहना है कि हाथियों की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है। अधिकारी लगातार क्षेत्र में गश्त कर रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि हाथियों को जल्द से जल्द आबादी से दूर खदेड़ा जाए, ताकि जान-माल का नुकसान रोका जा सके।