शासकीय चरक भवन अस्पताल की भोजनशाला से मरीजों के लिए तैयार किए गए भोजन की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। माधव नगर अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक डॉ. विक्रम रघुवंशी ने आकस्मिक जांच में यह गड़बड़ी पकड़ी। पाया गया कि अस्पताल में मरीजों को दी जा रही दाल अत्यधिक पानी वाली और गुणवत्ता मानकों के अनुरूप नहीं थी। इसके साथ ही रोटी-चपाती की गुणवत्ता भी ठीक नहीं पाई गई। कुछ चपातियां कच्ची थीं। इसके साथ ही दूध की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए गए हैं।
प्रभारी चिकित्सक डॉ. विक्रम रघुवंशी ने भोजन में लापरवाही को लेकर नाराजगी जताई। इस पूरे मामले को गंभीर मानते हुए सिविल सर्जन उज्जैन को पत्र लिखकर संबंधित एजेंसी के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है।
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लगातार मिल रही थी शिकायतें
डॉ. रघुवंशी का कहना है कि मरीजों द्वारा लगातार शिकायतें मिलती रही हैं कि अस्पताल में मिलने वाला भोजन पौष्टिक नहीं होता। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मरीजों के लिए भोजन का एक निश्चित मानक तय किया गया है, जिसमें सुबह-शाम चाय, नाश्ता, फल तथा गर्भवती महिलाओं के लिए लड्डू देने का प्रावधान है, लेकिन मौके पर इन मानकों का पालन होता नजर नहीं आया। मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जांच शुरू कर दी है और पत्र व्यवहार के बाद आगे की कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है। डॉक्टरों का कहना है कि यदि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण और पौष्टिक भोजन नहीं मिलेगा, तो उनके जल्द स्वस्थ होने पर भी असर पड़ेगा।