मध्य प्रदेश में डायल 112 आपातकालीन नंबर की सुविधा शुरू हो गई है। इस नंबर को डायल करके आप पुलिस, एंबुलेंस, फायर बिग्रेड समेत अन्य सेवाओं का लाभ लेने में आसानी होगी। आपके एक कॉल करने पर पुलिस और एंबुलेंस जैसी सुविधा तुरंत आपके पास पहुंच जाएगी।
नागरिकों की सुरक्षा, त्वरित पुलिस सहायता और आपातकालीन सेवाओं की उपलब्धता को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश शासन एवं पुलिस मुख्यालय, भोपाल द्वारा उज्जैन जिले को कुल 35 नवीन एफ.आर.वी. (फास्ट रिस्पॉन्स व्हीकल) उपलब्ध कराए गए हैं। इनमें 24 वाहन शहरी क्षेत्रों हेतु तथा 11 वाहन ग्रामीण क्षेत्रों हेतु (बोलोरो नियो मॉडल) आवंटित किए गए हैं। आज पुलिस लाइन, उज्जैन में आयोजित भव्य फ्लैग ऑफ समारोह में राज्यसभा सांसद 1008 योगी उमेशना, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, नगर निगम सभापति कलावती यादव (दीदी), अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक उज्जैन जोन उमेश जोगा, उप पुलिस महानिरीक्षक उज्जैन रेंज नवनीत भसीन, कलेक्टर उज्जैन रोशन कुमार सिंह एवं पुलिस अधीक्षक उज्जैन प्रदीप शर्मा ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर इन वाहनों को रवाना किया।
पुलिस अधीक्षक उज्जैन प्रदीप शर्मा ने बताया कि नए वाहनों की विशेषता यह है कि प्रत्येक वाहन MDT, GPS, Smartphone, Body-worn Camera एवं Dashboard Camera जैसी अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित है। सड़क दुर्घटनाओं और आकस्मिक घटनाओं में त्वरित राहत हेतु वाहनों में स्ट्रेचर, प्राथमिक उपचार किट, रस्सी कटर, अग्निशमन उपकरण की व्यवस्था। हर वाहन में प्रशिक्षित पायलट नियुक्त, जो किसी भी परिस्थिति में तुरंत कार्रवाई करने में सक्षम। लाइव ट्रैकिंग सिस्टम और तत्काल शिकायत मॉनिटरिंग की सुविधा HRMS आधारित कार्यप्रणाली से पुलिसिंग और अधिक पारदर्शी एवं विश्वसनीय। डायल 100 से अपग्रेड होकर अब डायल 112 है। डायल-112, डायल-100 का उन्नत संस्करण, जो अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। AI आधारित ऑटो डिस्पैच सिस्टम से रिस्पॉन्स और अधिक तेज और सटीक। सभी आपातकालीन सेवाएं अब एकीकृत होकर 112 नंबर पर उपलब्ध। SIP ट्रंक लाइनों की बढ़ी संख्या से कॉल कनेक्टिविटी और रिस्पॉन्स क्षमता दोगुनी है। आपने बताया कि अब सिर्फ 112 डायल करके उन्हें पुलिस, मेडिकल, अग्निशमन, महिला सहायता, आपदा प्रबंधन और अन्य सभी सेवाएँ तुरंत उपलब्ध होंगी।
कोई भी शिकायत 112 पर
डायल 112 सेवा शुरू हो जाने से प्रदेश में अब कोई भी शिकायत आप इसी पर कर सकते हैं। आप पुलिस (100), स्वास्थ्य/एम्बुलेंस (108), अग्निशमन (101), महिला हेल्पलाइन (1090), साइबर क्राइम (1930), रेल मदद (139), हाईवे एक्सिडेंट रिस्पॉन्स (1099), प्राकृतिक आपदा (1079) और महिला एवं चाइल्ड हेल्पलाइन (181, 1098) जैसी सभी हेल्प लाइन नंबर से सहायता लेने के लिए 112 पर शिकायत कर सकेंगे।