पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देशन में 1 से 30 नवंबर तक जिलेभर में संचालित मुस्कान विशेष अभियान के तहत सायबर अपराध और महिला सुरक्षा को लेकर जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में थाना पाली क्षेत्र के सेंट जोसेफ स्कूल में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें पुलिस अधीक्षक विजय भागवानी ने स्वयं पहुंचकर छात्रों से संवाद किया और उन्हें सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दीं।
एसपी भागवानी ने कहा कि बच्चों में प्रारंभिक उम्र से ही महिला सम्मान और आत्म-सुरक्षा की भावना विकसित होना बेहद जरूरी है। उन्होंने समझाया कि ऑनलाइन दुनिया में लापरवाही से बचना चाहिए और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग सोच-समझकर करना चाहिए। उन्होंने छात्रों को सायबर अपराधों के विभिन्न रूपों जैसे फर्जी आईडी, फ्रॉड लिंक और ऑनलाइन गेम्स के दुष्प्रभावों के बारे में बताया।
कार्यक्रम में गुड टच-बैड टच विषय पर आधारित शॉर्ट फिल्म कोमल प्रदर्शित की गई, जिसके माध्यम से बच्चों को सही और गलत व्यवहार में अंतर समझाया गया। फिल्म के बाद एसपी ने उदाहरणों के जरिए समझाया कि किसी भी असहज स्थिति में बच्चे तुरंत अपने माता-पिता, शिक्षकों या पुलिस से संपर्क करें। उन्होंने कहा कि डर या झिझक से चुप रहने के बजाय खुलकर मदद मांगना ही समझदारी है।
ये भी पढ़ें- ड्यूटी पर गए नहीं, फिर भी लगती रही हाजिरी, तकनीक को चकमा देने में डॉक्टर निकले 'मास्टर', जानें कैसे
कार्यक्रम के दौरान एसपी ने बच्चों से सीधे सवाल-जवाब किए। कई छात्रों ने इंटरनेट सुरक्षा, मोबाइल गेम्स की लत और सोशल मीडिया पर मिलने वाले अजनबियों से बातचीत को लेकर सवाल पूछे। एसपी भागवानी ने सभी प्रश्नों का सरल और स्पष्ट उत्तर देते हुए बच्चों को सावधान रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि सायबर अपराधी अब बच्चों और किशोरों को भी निशाना बना रहे हैं, इसलिए सतर्क रहना ही सबसे बड़ी सुरक्षा है। उन्होंने बताया कि यदि कोई ऑनलाइन परेशानी या धमकी मिले, तो तुरंत सायबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या नजदीकी थाने में जानकारी दें।
इस अवसर पर थाना प्रभारी पाली सहित पुलिस टीम, स्कूल प्राचार्य, शिक्षकगण और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में बच्चों ने पुलिस अधीक्षक का आभार व्यक्त करते हुए सुरक्षा की शपथ ली कि वे खुद सुरक्षित रहेंगे और दूसरों को भी जागरूक करेंगे। मुस्कान अभियान का उद्देश्य बच्चों और महिलाओं में सुरक्षा, आत्मविश्वास और सजगता की भावना को मजबूत करना है। जिले के अन्य स्कूलों में भी इसी तरह के कार्यक्रम लगातार आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि समाज के हर स्तर पर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सके।