दौसा में पुलिस T20 क्रिकेट टूर्नामेंट के उद्घाटन के दौरान कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने खेल में भाग लिया। पूर्व ओलंपिक विजेता राठौड़ ने तीन गेंदें खेलीं लेकिन एक भी शॉट नहीं मार सके, जबकि जवाहर सिंह दूसरी गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए। यह दिलचस्प घटनाक्रम पूरे दिन चर्चा का विषय बना रहा।
राजस्थान की राजनीति में भले ही जवाहर सिंह बेढम और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ एक बड़ा नाम हों, लेकिन खेल के मामले में राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का नाम राजस्थान के तमाम मंत्रियों में सबसे पहले आता है और बड़ा नाम भी है। राजस्थान सरकार की कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भारतीय निशानेबाज भी रहे हैं। खेलकूद के साथ राज्यवर्धन सिंह राठौड़ पूर्व सैन्य अधिकारी भी रहे हैं।
दौसा में पुलिस T20 क्रिकेट टूर्नामेंट के उद्घाटन के दौरान मंत्री ने दोनों टीमों के बीच टॉस करवाया। इसके बाद वो खुद खुद बल्ला लेकर उतर गए मैदान में, जहां राजस्थान सरकार के गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को हाफ पिच पर आकर बॉल डाली। सैन्य अधिकारी रहे और पूर्व ओलंपिक विजेता राजवर्धन सिंह राठौड़ गृह राज्य मंत्री की फेंकी तीन बॉल में से एक भी नहीं खेल पाए। तीन बॉल खेलने के बाद स्टेडियम में मौजूद लोगों की रिक्वेस्ट पर गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम को भी खेलने के लिए बुलाया गया। जिले के लालसोट से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश अग्रवाल ने गृह राज्य मंत्री को बॉल डाली। पहली बॉल तो नो बॉल निकल गई और दूसरी बॉल पर गृह राज्य मंत्री दौसा में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश अग्रवाल की बॉल पर क्लीन बोल्ड हो गए। ये घटनाक्रम दिनभर चर्चा का विषय बना रहा।
इधर, अपने भाषणों के दौरान राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने दौसा पुलिस क्रिकेट टूर्नामेंट के उद्घाटन के समय पुलिस को बातों ही बातों में सीख दे डाली, जब आप पुलिस की नौकरी में आए हैं और घर से नौकरी करने के लिए कमर में बेल्ट और सर पर टोपी लगाकर निकलते हैं तो अपना सरनेम घर भूल कर आएं। राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का यह इशारा सीधे तौर पर जातिवाद को लेकर था, जहां पर इस जातिवाद के चलते दौसा विधानसभा तथा लोकसभा चुनाव बीजेपी हार चुकी है। अब मंत्री के इस इशारे के बाद क्या दौसा में फैला यह जातिवाद रख पाएगा या मंत्री की बातों को यूं ही हवा हवाई कर दिया जाएगा।