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Video : बाराबंकी में विधायक के भाई का शव पहुंचा गांव तो रो पड़े हजारों
गुलामाबाद स्थित मीरापुर गांव के निवासी और हैदरगढ़ विधायक दिनेश रावत के छोटे भाई मिथिलेश रावत (29) पुत्र राजाराम की शुक्रवार भोर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई।
घटना की खबर मिलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। पैतृक गांव मीरापुर में हजारों की संख्या में ग्रामीण, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और दूर–दराज से आए लोग परिजनों को ढांढस बंधा रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि मिथिलेश रावत बेहद ईमानदार, मिलनसार और सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहने वाले युवक थे। गांव में हिंदू-मुस्लिम एकता और आपसी सौहार्द मजबूत बनाने में उनकी योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। सौम्य स्वभाव और सरल व्यक्तित्व के चलते वह क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे।
परिवार राजनीतिक रूप से भी प्रभावशाली रहा है। पिता राजाराम करीब 30 वर्षों तक राजनीति में सक्रिय रहे। वह जिला पंचायत सदस्य भी रहे और बाद में ग्राम प्रधान चुने गए। वर्तमान में वह एक ईंट-भट्ठे का संचालन करते हैं। वहीं बड़ी भाभी आरती रावत सिद्धौर ब्लॉक प्रमुख हैं। मिथिलेश रावत विधायक दिनेश रावत के कार्यों में सहयोग करते थे।
परिजनों के अनुसार, बुधवार को वह अपनी चार वर्षीय पुत्री अवंतिका के इलाज के लिए दिल्ली के एम्स अस्पताल दवा लेने गए थे। लौटते वक्त सैफई के पास एक्सप्रेसवे पर अज्ञात वाहन की जोरदार टक्कर से उनकी मौत हो गई। हादसे के समय हफीज निवासी मीरापुर और दिलीप पटेल निवासी त्रिवेदीगंज भी साथ में मौजूद थे, हालांकि उन्हें कोई चोट नहीं आई। मृतक अपने भाइयों में दूसरे नंबर पर थे।
परिवार में पत्नी संगीता, दो छोटे भाई विमलेश और लवलेश, तथा चार वर्षीय बेटी अवंतिका है। अवंतिका जन्म से पैरालिसिस से जूझ रही है और उसका इलाज चल रहा था। अचानक हुए इस हादसे ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। गांव में मातम पसरा है और मीरापुर चौराहे पर सन्नाटा छाया हुआ है। क्षेत्र के लोग इस घटना को एक अपूरणीय क्षति बताते हुए व्यथित हैं।
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