मुहब्बत की निशानी ताजमहल पर सांझ के ढलते हुए सूरज की रोशनी में जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और मेलानिया पहुंचे तो पहली ही नजर में फिदा हो गए। उन्होंने ताज के तीन रंग देखे। जब पहुंचे तो सफेद था। सूरज ढलना शुरू हुआ तो इसकी किरणों से सुनहरा हो गया। जब सूरज कुछ और ढल गया तो हलका लाल हो गया। ट्रंप और मेलानिया ने गाइड नितिन सिंह से दास्तान-ए-ताज पर 50 सवाल किए। ताज के मुख्य गुंबद में शहंशाह शाहजहां और मुमताज महल की कब्रें देखकर जब इनके तामीर होने की दास्तां सुनी तो फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप भावुक हो उठीं।
तस्वीरें: ट्रंप-मेलानिया ने देखे ताजमहल के तीन रंग, गाइड से पूछे ये 50 सवाल
-मुहब्बत की निशानी ताजमहल में हाथों में हाथ डाल चले अमेरिकी राष्ट्रपति
-1962 में आईं जैकलीन कैनेडी की तरह डायना सीट के पास खड़े रहकर फोटो खिंचवाए
डोनाल्ड ट्रंप: ताजमहल को किसने बनाया ?
नितिन सिंह: मुगल शहंशाह शाहजहां ने बेगम अर्जुमन्द बानो बेगम उर्फ मुमताज महल की याद में ताजमहल बनवाया। 1631 से 1648 के बीच ताजमहल बना।
डोनाल्ड ट्रंप: ताजमहल बनाने वाले कारीगर कहां से आए
नितिन सिंह: ताज को 20 हजार से ज्यादा कारीगरों ने 17 साल में बनाया। ये कारीगर देशभर से आए, जो संगमरमर की इमारतें बनाने में माहिर थे। डिजाइन उस्ताद अहमद लाहौरी ने बनाया और शिराजी के अमानत खान को गुंबद पर केलीग्राफी का काम सौंपा गया। तुर्की के गुंबद बनाने के शिल्पी इस्माइल खान अफरीदी ने गुंबद बनाया।
डोनाल्ड ट्रंप: क्या ये पेंटिंग है?
नितिन सिंह: नहीं सर, ये पेंटिंग नहीं है। ये पच्चीकारी है। दुनियाभर से 49 जगह से रंगीन पत्थर लाकर संगमरमर के साथ ये डिजाइन तैयार किए गए। न ये रंग हैं और न ये पेंटिंग है। यह संगमरमर की शिल्पकला है।
डोनाल्ड ट्रंप: ताज के लिए संगमरमर कहां से आया?
नितिन सिंह: राजस्थान के मकराना से संगमरमर आया। काला पत्थर दक्षिण भारत के कडप्पा से लाया गया। रूस, ईरान, इराक, मिस्र, अरब, चीन, श्रीलंका, समुद्र आदि जगहों से कीमती पत्थर लाए गए।
नितिन: शाहजहां को उसी के बेटे औरंगजेब ने कैद कर आगरा किला के मुसम्मन बुर्ज में आठ साल तक रखा।
बेहद भावुक होते हुए मेलानिया ने टिप्पणी की कि ये अजीब है ना, जिसने इतना सुंदर मकबरा बनाया, उसे कैद कर लिया गया।
डोनाल्ड ट्रंप: भूमिगत कब्रें कब बनीं और एकसाथ ऊपर नीचे कब्रें क्यों बनाईं?
नितिन सिंह: भूमिगत कब्र 1632 में शाहजहां ने ही बनवाई थी। 1648 तक ताजमहल बनने के दौरान ही ऊपर की नकली कब्र बनाई गई। इस्लाम में कब्रों को सजाना मना है, इसलिए नकली कब्र बनाकर महंगे रत्नों और सोने-चांदी से सजाया गया।
डोनाल्ड ट्रंप: आवाज यहां कैसे गूंजती है?
नितिन सिंह: ताज में डबल डोम यानी दोहरा गुंबद है। पिन ड्रॉप साइलेंस में बोलने पर आवाज गूंजती है।