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Prayagraj : गैस प्लांट से 524 भरे सिलेंडर लेकर जा रहे ट्रक में आग, एक घंटे तक थमी रही सांस
अमर उजाला नेटवर्क, प्रयागराज
Published by: विनोद सिंह
Updated Wed, 17 Sep 2025 12:48 PM IST
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सार
नए यमुना पुल पर मंगलवार की देर रात भारत गैस प्लांट से 524 भरे सिलेंडर लेकर जा रहे ट्रक के केबिन में शॉर्ट सर्किट से अचानक आग लग गई। इससे चालक के हाथ पांव फूल गए।

यमुना ब्रिज पर सिलिंडर भरे ट्रक में लगी आग।
- फोटो : अमर उजाला।
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विस्तार
नए यमुना पुल पर मंगलवार की देर रात भारत गैस प्लांट से 524 भरे सिलेंडर लेकर जा रहे ट्रक के केबिन में शॉर्ट सर्किट से अचानक आग लग गई। इससे चालक के हाथ पांव फूल गए। वाहन छोड़कर उसने दूर जाकर खुद को सुरक्षित करने का प्रयास किया। वहीं आसपास भी अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियों ने करीब 40 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इसके साथ ही लोगों ने भगवान का शुक्रिया अदा किया। हर जुबान पर एक ही शब्द था कि बहुत बड़ा हादसा टल गया।

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औद्योगिक क्षेत्र स्थित भारत गैस प्लांट से रिफिल किए गए सिलेंडरों को लेकर अंबेडकर नगर के अकबरपुर जा रहे ट्रक में नैनी नए पुल पर पहले धुंआ उठा और फिर देखते ही देखते आग की लपटें उठने लगीं। मेजा थाना क्षेत्र के बेला अहिराना निवासी चालक तेज प्रताप यादव ने बताया कि ट्रक की केबिन में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। थोड़ी ही देर में आग ने पूरे केबिन को घेर लिया।
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पुल पर हादसा होने के बाद दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। इस दाैरान करीब एक घंटे तक लोगों की सांसें मानों थम सी गई। पुलिस ने तत्काल ट्रैफिक रोककर क्षेत्र को खाली कराया। मशक्कत के बाद माैके पर फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची। एफएसओ नैनी महंथू चौधरी ने बताया कि आग बुझाने के लिए 5000 लीटर की क्षमता वाले तीन फायर टैंकों का इस्तेमाल किया गया। करीब 40 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। गनीमत रही कि सिलेंडरों तक आग नहीं पहुंची।
स्थानीय लोगों ने बताया कि केबिन से उठती लपटें काफी देर तक दिखाई देतीं रहीं। यदि आग सिलेंडरों तक पहुंच जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था। यहां तक पुल भी क्षतिग्रस्त हो सकता था। नैनी इंस्पेक्टर बृज किशोर गौतम ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में आने पर देर रात 11.30 बजे के करीब यातायात को बहाल कर दिया गया। एफएसओ ने स्पष्ट किया कि ट्रक में 14 किलो के 512, 5 किलो के 5 और 19 किलो के 7 सिलेंडर थे।