Kanpur: सीएसजेएमयू का 40वां दीक्षांत समारोह, 1.02 लाख छात्रों को उपाधियां, जाहिदा अमीन को मानद उपाधि
Kanpur News: सीएसजेएमयू के 40वें दीक्षांत समारोह में 1.02 लाख छात्रों को उपाधियां व 97 पदक दिए गए। कार्यक्रम में छह शिक्षकों को सम्मानित किया गया और जाहिदा अमीन को मानद उपाधि प्रदान हुई।

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छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के 40वें दीक्षांत समारोह में 1,02,536 छात्र-छात्राओं को उपाधियां दी गईं। समारोह में 97 पदक, 75 पीएचडी डिग्री प्रदान की गईं और छात्राओं ने अव्वल प्रदर्शन किया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अध्यक्षता की, जबकि डीआरडीओ अध्यक्ष प्रो. समीर कामथ मुख्य अतिथि रहे। छह शिक्षकों को सम्मानित किया गया और जाहिदा अमीन को मानद उपाधि दी गई।

समारोह की शुरुआत सिंदूर के पौधे के रोपण के साथ हुई। स्टार्टअप एक्सपो देखने के बाद आठ नए प्रोजेक्ट का शिलान्यास और चार परियोजनाओं का लोकार्पण भी हुआ। इस बार शोध, संस्थान की रैंकिंग बढ़ाने में मदद करने वाले कैंपस के छह शिक्षकों डॉ. प्रवीण भाई पटेल, डॉ. प्रवीण कटियार, डॉ. अनुराधा कलानी, डॉ. संदेश गुप्ता, डॉ.मोहित, डॉ. श्वेता को सम्मानित किया गया।
सुपर कंप्यूटिंग हब फॉर एआई का भी शुभारंभ
स्वास्थ्य, प्रबंधन, नवाचार, शोध, खेल, एआई, एनईपी विषयों से जुड़ी 11 पुस्तकों का विमोचन हुआ। सुपर कंप्यूटिंग हब फॉर एआई का भी शुभारंभ हुआ। पांच नवाचार स्टार्टअप को सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय स्तर की बॉक्सिंग व रेसलिंग प्रतियोगिताओं के विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। पांच गांवों में स्थित स्कूलों के विद्यार्थियों को विभिन्न प्रतियोगिता के लिए राज्यपाल पुरस्कृत करेंगी।
टीकाकरण महाअभियान की शुरुआत
बेटियों को सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए निशुल्क टीकाकरण महाअभियान की शुरुआत विवि के स्वास्थ्य केंद्र में हुई। साथ ही 75 टीबी मरीजों को पोषण पोटली दी गई। 75 शिक्षकों ने ऐसे रोगियों को गोद लिया। विवि की ओर से मंधना स्थित विद्यालय को स्मार्ट बोर्ड और क्लास रूम दिया गया।
एआर-वीआर लैब में वर्चुअल प्रैक्टिकल
प्रो. अंजु दीक्षित ने बताया कि विवि में एआर, वीआर सिमुलेशन लैब की शुरुआत भी हुई। इससे फिजिक्स के छात्रों को वर्चुअल प्रैक्टिकल करने का अनुभव मिलेगा। यहां छात्र पांच ऐसे प्रैक्टिकल कर सकेंगे जिनके लिए कम से कम एक करोड़ रुपये के उपकरणों की आवश्यकता होती है।
मियावाकी पद्धति से तैयार करेंगे जंगल
विवि में मियावाकी पद्धति से जंगल तैयार किया जाएगा, जिसमें 18 हजार पौधे लगाए जाएंगे। यह ऑक्सीजन जनरेटर का काम करेंगे। इसकी मदद से विवि और आसपास के इलाकों में एक-दो डिग्री तापमान में कमी आएगी।