{"_id":"69484b43660af2b59a09f31a","slug":"investigation-team-formed-to-investigate-the-mysterious-death-of-monkeys-sambhal-news-c-204-1-chn1003-125408-2025-12-22","type":"story","status":"publish","title_hn":"Sambhal News: बंदरों की रहस्यमयी मौत के सिलसिले में जांच टीम गठित","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Sambhal News: बंदरों की रहस्यमयी मौत के सिलसिले में जांच टीम गठित
विज्ञापन
विज्ञापन
चंदौसी। बनियाठेर के गांव आटा में बंदरों की रहस्यमयी मौत का सिलसिला जारी है। पिछले डेढ़ माह में एक दर्जन से अधिक बंदरों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को भी चार गांव में चार बंदरों की मौत हो गई। मौत का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। इस मामले में डीएम ने वन विभाग और पशुपालन विभाग की संयुक्त टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए हैं।
नवंबर माह में गांव आटा में करीब 20 से अधिक बंदरों की रहस्यमयी ढंग से मौत हो गई थी। कई बंदर मौत से पहले नशे या गंभीर बीमारी जैसी हालत में दिखाई दिए। पशु चिकित्सा विभाग की टीम को कुछ बंदरों और उनके बच्चों में तेज बुखार, सुस्ती और खाना-पीना छोड़ देने के लक्षण भी सामने आए थे, हालांकि बंदरों के शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया था। ग्रामीणों ने मृत बंदरों को गांव के जंगल में दफना दिया था।
करीब 15 दिन तक बंदरों की मौत का सिलसिला थमा रहा था। शुक्रवार को चार और बंदरों की मौत से प्रशासन हरकत में आया। डीएम ने मामले को संज्ञान लेते हुए वन विभाग और पशुधन विभाग की संयुक्त टीम गठित कर पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। बताया गया कि टीम द्वारा मृत बंदरों के नमूने एकत्र कर प्रयोगशाला जांच कराई जाएगी, ताकि मौत की वजह स्पष्ट हो सके।
Trending Videos
नवंबर माह में गांव आटा में करीब 20 से अधिक बंदरों की रहस्यमयी ढंग से मौत हो गई थी। कई बंदर मौत से पहले नशे या गंभीर बीमारी जैसी हालत में दिखाई दिए। पशु चिकित्सा विभाग की टीम को कुछ बंदरों और उनके बच्चों में तेज बुखार, सुस्ती और खाना-पीना छोड़ देने के लक्षण भी सामने आए थे, हालांकि बंदरों के शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया था। ग्रामीणों ने मृत बंदरों को गांव के जंगल में दफना दिया था।
विज्ञापन
विज्ञापन
करीब 15 दिन तक बंदरों की मौत का सिलसिला थमा रहा था। शुक्रवार को चार और बंदरों की मौत से प्रशासन हरकत में आया। डीएम ने मामले को संज्ञान लेते हुए वन विभाग और पशुधन विभाग की संयुक्त टीम गठित कर पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। बताया गया कि टीम द्वारा मृत बंदरों के नमूने एकत्र कर प्रयोगशाला जांच कराई जाएगी, ताकि मौत की वजह स्पष्ट हो सके।
