मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे रीवा जिले के गांवों में इन दिनों आसमान में उड़ते रहस्यमयी ड्रोन ने लोगों के बीच दहशत का माहौल बना दिया है। पिछले पांच दिनों से देर रात आसमान में 4 से 6 ड्रोन मंडराते देखे जा रहे हैं, जिनमें नीली और पीली रोशनी चमकती दिखाई देती है। ड्रोन के कारण बॉर्डर के करीब 14 गांवों के लोग भय के साए में जी रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि ये ड्रोन देर रात घंटों तक आसमान में घूमते रहते हैं और फिर अचानक गायब हो जाते हैं।
जानकारी के मुताबिक यह घटनाएं त्योंथर तहसील के चाकघाट, जनेह और सोहागी थाना क्षेत्रों के डोढिया, गढ़ी, गोंदकला, अंजोरा, राजापुर, बरहा, मलपार, अमिलिया और बसहट जैसे गांवों में देखी गई हैं। कुछ ग्रामीणों ने इन रहस्यमयी ड्रोन के वीडियो भी मोबाइल कैमरे में कैद किए हैं। रात में उड़ते इन ड्रोनों के कारण गांवों में लोग पहरा दे रहे हैं और कई लोग छतों पर ही रात गुजार रहे हैं।
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ग्रामीणों का मानना है कि ड्रोन का इस्तेमाल चोरी की घटनाओं की “रेकी” के लिए किया जा रहा है। उनका कहना है कि जब से ड्रोन उड़ना शुरू हुए हैं, तब से क्षेत्र में मवेशियों की चोरी की घटनाएं भी बढ़ गई हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर पुलिस की डायल-112 टीम मौके पर पहुंची, लेकिन वह भी आसमान में उड़ते ड्रोन देखकर हैरान रह गई। गांव के निवासी अनिकेत मिश्रा ने बताया कि हर रात करीब आधा दर्जन ड्रोन गांव के ऊपर उड़ते हैं। किसी को समझ नहीं आ रहा कि इन्हें कौन चला रहा है। लोग कहते हैं यह चीन के ड्रोन हैं, तो कुछ कहते हैं कि चोर गिरोह चोरी से पहले इलाके की निगरानी कर रहे हैं।
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इस बीच, पुलिस प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। एसडीओपी मनस्वी शर्मा ने बताया कि एमपी-यूपी बॉर्डर के कई इलाकों में ड्रोन देखे जाने की सूचना मिली है। जांच में पता चला है कि उत्तर प्रदेश में “सर्वे ऑफ इंडिया” की टीम द्वारा ऑल इंडिया सर्वे के लिए ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है। फिर भी एहतियातन जांच जारी है। एसडीओपी ने कहा कि अगर ये ड्रोन सर्वे से जुड़े नहीं हैं तो एमपी और यूपी पुलिस मिलकर कार्रवाई करेगी। पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है और ड्रोन ट्रैकिंग उपकरणों से जांच की जा रही है।