टीकमगढ़ जिले के करोला गांव में एक दलित दंपति की लाठी-डंडों से पीटकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में नौ आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया है। घटना की वजह जमीनी विवाद और मामूली कहासुनी बताई जा रही है।
टीकमगढ़ के पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह मंडलोई ने बताया कि रामकिशन अहिरवार (45) और उनकी पत्नी रामबाई (42) अपने घर में सो रहे थे। देर रात करीब 12:00 बजे, गांव के ही मुख्य आरोपी बाबूलाल का बेटा खेत की ओर जा रहा था, तभी मृतक रामकिशन के कुत्ते ने भौंकना शुरू कर दिया। इस पर आरोपी ने गुस्से में आकर कहा, "आज इन दोनों को खत्म कर देंगे।" इसके बाद दोनों पक्षों में गाली-गलौज शुरू हो गई। कुछ ही देर में बाबूलाल अपने 8-9 साथियों के साथ लाठी-डंडों से लैस होकर पहुंचा और पति-पत्नी पर हमला कर दिया। भीषण पिटाई के कारण दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
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घटना की जानकारी मिलते ही पलेरा पुलिस मौके पर पहुंची। स्वयं पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह मंडलोई भी घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने शवों का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम के लिए पलेरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
10 साल से चल रहा था जमीनी विवाद
पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतक दंपति और आरोपी एक ही परिवार के सदस्य हैं। दोनों पक्षों के बीच पिछले 10 वर्षों से जमीनी विवाद चला आ रहा था, जिससे उनके बीच लगातार रंजिश बनी हुई थी। इसी दुश्मनी के चलते आरोपियों ने इस निर्मम हत्याकांड को अंजाम दिया।
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नौ आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस अधीक्षक मंडलोई ने बताया कि मुख्य आरोपी बाबूलाल और गोवर्धन सहित कुल 9 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है। पुलिस इस हत्याकांड के पीछे की सटीक वजहों की जांच कर रही है। घटना ने पूरे गांव में सन्नाटा फैला दिया है, और ग्रामीणों में भय का माहौल है। प्रशासन ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।