सर्दियों में फूलों की महारानी गुलदाउदी जिसे संस्कृत में सेवंती और शतपत्री कहा जाता है जो प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक है। यह केवल देखने में ही सुंदर नही है बल्कि स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए भी लाभकारी है। एक्सपर्ट के मुताबिक इन फूलो की पत्तियों से बनी चाय पीने से डायबिटीज कंट्रोल किया जा सकता है। साथ ही इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है। यह सजावटी पौधा विभिन्न रंगों और आकारों में पाया जाता है, जो हर घर की शोभा बढ़ाने में चार चांद लगाता है।
गुलदाउदी लगाने के फायदे, मन को शांत और बढ़ाता है इम्यून सिस्टम
नोएडा के सेक्टर 33 स्थित नोएडा हाट में आयोजित गुलदाउदी शो में आए दिल्ली जल बोर्ड के बागवानी विभाग के पूर्व डायरेक्टर डॉ इकबाल सिंह राणा ने बताया के अनुसार गुलदाउदी का पौधा घर के अंदर प्रदूषण के कणों को साफ करने में सक्षम है। यह हवा से हानिकारक रसायनों जैसे बेंजीन, फॉर्मल्डिहाइड, और अन्य विषाक्त तत्वों को अवशोषित करता है। इससे घर का वातावरण शुद्ध और स्वस्थ बनता है। नोएडा पहुंचे दिल्ली पर्यटन के उद्यान प्रमुख अजय कुमार कौशिक ने बताया कि गुलदाउदी के फूलों से बनी चाय स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है। यह स्ट्रेस कम करने, पाचन तंत्र को मजबूत बनाने और इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने में मदद करती है। इसके शीतल गुण मुंह के छालों की जलन कम करने और डायबिटीज को नियंत्रित करने में भी सहायक हैं। इसकी सुंदरता और खुशबू से घर का माहौल शांतिपूर्ण और सुखद हो जाता है। यह मानसिक तनाव को दूर करने और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने में मदद करता है। विभिन्न रंगों और आकारों में उपलब्ध गुलदाउदी घर की सजावट के लिए उपयुक्त है। इसे गमलों, हैंगिंग बास्केट्स, या बगीचों में उगाया जा सकता है।
गुलदाउदी की ऐसी कई प्रजातियां हैं, जो हर्बल हैं। यह जड़ी बूटियों का काम करती है। एक्सपर्ट या आयुर्वेदाचार्य से सही जानकारी के साथ गुलदाउदी के फूलों की पत्तियों को अपने खाद्य पदार्थों में मिलाकर खाने से हमारा दिमाग शांत होता है, डायबिटीज को कंट्रोल करता है और हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। -अजय कुमार कौशिक, उद्यान प्रमुख, दिल्ली पर्यटन विभाग
यह हवा से हानिकारक रसायनों जैसे बेंजीन, फॉर्मल्डिहाइड, और अन्य विषाक्त तत्वों को अवशोषित करता है। इससे घर का वातावरण शुद्ध और स्वस्थ बनता है। इसलिए इन्हे अपने घरों में भी उगाया जा सकता है। इससे घर की हवा तो शुद्ध होगी ही, साथ ही घर की सुंदरता में चार चांद लगाएगा। -डॉ. इकबाल सिंह राणा, पूर्व डायरेक्टर, जल बोर्ड, दिल्ली सरकार