Hindi News
›
Video
›
Haryana
›
Fatehabad News
›
VIDEO : In Tohana of Fatehabad, farmer organizations sent a memorandum to the CM regarding public problems
{"_id":"67f4eaa47203296c800400e0","slug":"video-in-tohana-of-fatehabad-farmer-organizations-sent-a-memorandum-to-the-cm-regarding-public-problems-2025-04-08","type":"video","status":"publish","title_hn":"VIDEO : फतेहाबाद के टोहाना में किसान संगठनों ने जन समस्याओं को लेकर सीएम के नाम भेजा ज्ञापन","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
VIDEO : फतेहाबाद के टोहाना में किसान संगठनों ने जन समस्याओं को लेकर सीएम के नाम भेजा ज्ञापन
जन समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा और भारतीय किसान यूनियन ने सोमवार को एसडीएम टोहाना के माध्यम से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नाम ज्ञापन सौंपा। किसान संगठनों की ओर से चार प्रमुख मांगों को लेकर सरकार से शीघ्र समाधान की गुहार लगाई गई है।
किसानों ने अपना ज्ञापन नायब तहसीलदार रोहित कौशिक को सौंपा। इस अवसर पर किसान नेता जगतार सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने हाल ही में बिजली की दरों में अनावश्यक वृद्धि की है, जिससे किसानों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ा है। उन्होंने मांग की कि बिजली के बढ़े हुए रेट तुरंत वापस लिए जाएं और बिलों में लगाए गए विभिन्न प्रकार के अतिरिक्त चार्जेस को रद्द किया जाए।
इसके साथ ही किसानों ने वर्षों से लंबित ट्यूबवेल कनेक्शन की समस्या को भी उठाया। जगतार सिंह ने बताया कि हजारों किसान ऐसे हैं जिन्होंने चार साल पहले सिक्योरिटी राशि जमा करवाई थी, लेकिन उन्हें अब तक कनेक्शन नहीं दिए गए हैं। किसानों ने मांग की कि इन किसानों की सूची एसडीओ कार्यालय के बाहर लगाई जाए और उन्हें जल्द से जल्द कनेक्शन दिए जाएं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस मामले में लापरवाही बरती गई तो जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि गांव धारसूल में बने 132 केवी बिजली घर में एसडीओ की पोस्ट सृजित कर तैनाती की जाए, जिससे बिजली वितरण प्रणाली को बेहतर किया जा सके। इसके अलावा, किसानों ने मांग की कि बिजली घर मेयोंद कला को भी तुरंत प्रभाव से चालू किया जाए ताकि क्षेत्र में बिजली ओवरलोड की समस्या का समाधान हो सके।
किसान संगठनों ने चेताया कि अगर इन मांगों को समय पर नहीं सुना गया, तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे। ज्ञापन सौंपने के दौरान बड़ी संख्या में किसान और संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहे।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।