जिले में बीती रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जब भाजपा पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष दशरथ राठौर की पत्नी संगीता राठौर का शव उनके ही घर में फंदे से झूलता हुआ पाया गया। घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। मृतका के परिजनों ने इसे आत्महत्या मानने से इनकार करते हुए पति दशरथ राठौर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का कहना है कि संगीता की हत्या कर उसे फांसी पर लटकाया गया है।
घटना की सूचना मिलते ही संगीता के मायके पक्ष के लोग घटनास्थल पर पहुंचे और वहां जमकर हंगामा किया। आक्रोशित परिजनों ने दशरथ राठौर की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की। स्थिति बिगड़ती देख मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
बताया जा रहा है कि संगीता राठौर की उम्र मात्र 22 वर्ष थी और उसकी शादी तीन साल पहले समनापुर थाना क्षेत्र के देवलपुर गांव से भाजपा नेता दशरथ राठौर से हुई थी। मृतका के माता-पिता और अन्य परिजनों ने आरोप लगाया है कि दशरथ अक्सर संगीता को प्रताड़ित करता था। उनका यह भी कहना है कि संगीता पिछले कुछ समय से मानसिक और शारीरिक रूप से पीड़ा में थी, लेकिन उसने यह बात कभी खुलकर नहीं बताई।
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मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने दशरथ राठौर को हिरासत में ले लिया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। पोस्टमार्टम के दौरान अस्पताल परिसर में भारी भीड़ जमा हो गई, जिससे स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अस्पताल को छावनी में तब्दील करना पड़ा।
पुलिस ने प्रारंभिक रूप से मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि यह आत्महत्या थी या सुनियोजित हत्या। परिजनों की मांग है कि दशरथ राठौर पर हत्या का मामला दर्ज किया जाए और निष्पक्ष जांच की जाए।
फिलहाल इस मामले को लेकर राजनीतिक हलकों में भी हलचल है। एक जनप्रतिनिधि पर इस तरह के गंभीर आरोप लगने से प्रशासन और पार्टी दोनों की साख पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस द्वारा की जा रही जांच के नतीजों का पूरे जिले को इंतजार है, जिससे सच सामने आ सके और पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।