मुरैना में आंबेडकर जयंती की रैली के दौरान डीजे बजाने को लेकर गोलियां चलने का मामला सामने आया है। जिसने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया। फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हो गए। घटना सोमवार रात को हिंगोना खुर्द गांव की है, जहां दो समुदाय आमने-सामने आ गए। मामले मे ंतीन लोगों की गिरफ्तारी की बात भी सामने आ रही है।
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जानकारी के अनुसार जाटव समाज के लोग आंबेडकर जयंती पर रैली निकालकर आ रहे थे। वे डीजे बजा रहे थे। गुर्जर समाज के लोगों ने उन्हें डीजे बजाने से मना किया। गुर्जर समाज के घर में एक बच्चे का जन्मदिन मनाया जा रहा था। इसलिए उन्होंने तेज डीजे बचाने पर आपत्ति जताई थी। इसी बात को लेकर गाली गलौज हुई और फिर बात बढ़ गई। सोमवार रात करीब 11 बजे हालात बिगड़ गए। आरोप है कि बहस के दौरान गुर्जर समाज के कुछ युवकों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगने से संजय पिप्पल नाम के युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि रानू दौनेरिया गंभीर रूप से घायल हो गया। उसके दाएं हाथ में गोली लगी है। उसे पहले जिला अस्पताल मुरैना और फिर ग्वालियर रेफर किया गया है। एक अन्य व्यक्ति भी घायल है।
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घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात को काबू में लिया है। अतिरिक्त पुलिस बल मुरैना से बुलाया गया है। गांव में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। फिलहाल मृतक का शव गांव में ही है। पुलिस का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सभी शांति बनाए रखने की अपील की गई है। बताया जा रहा है कि मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है।
कमलनाथ ने उठाए सवाल
मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा सरकार को आड़ेहाथ लिया है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि मुरैना के हिंगोना खुर्द गांव में कल रात अम्बेडकर जयंती के जुलूस पर फ़ायरिंग की गई और दलित समाज के एक युवक संजय पिप्पल की मृत्यु हो गई और एक युवक घायल हो गया। यह घटना एक बार फिर बताती है कि भाजपा की सरकार में दलित सुरक्षित नहीं हैं। भाजपा की सरकार में बाबा साहेब अम्बेडकर की जयंती पर दलित प्रसन्नतापूर्वक जलूस भी नहीं निकाल सकते हैं। भाजपा की मानसिकता दलित विरोधी है और दलितों पर अत्याचार करने वालों को भाजपा प्रश्रय देती है। इसी दिन महू के बेटमा में एक दलित दूल्हे की बारात को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया गया। यह सब घटनाएं बता रही हैं कि भाजपा बाबा साहेब के बनाए संविधान के अनुसार सरकार चलाना नहीं चाहती और दलित समाज का उत्पीड़न करना चाहती है।
हर बार भाजपा के लोग ही क्यों : पटवारी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए दोषियों पर कार्रवाई मांग की है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि प्रधानमंत्री जी, मुरैना के हिंगोना गांव में बाबासाहेब के जयंती जुलूस में डीजे बजाने पर भाजपा मंत्री ऐदल सिंह कंसाना के समर्थकों ने दलित संजय सेमिल को गोली मार दी! यह आरोप मृतक दलित संजय के पिताजी चिम्बन सिंह जी ने लगाया है! एक अन्य दलित साथी रानू दौनेरिया को हाथ में गोली लगी है! जबकि एक अन्य युवक भी घायल हुआ है! डॉ. अंबेडकर नगर (महू) के पास बेटमा में कल (सोमवार) दलित दूल्हे व बारातियों को श्रीराम मंदिर में जाने से रोका गया! बार-बार अनुरोध करने पर भी उनके साथ सार्वजनिक रूप से दुर्व्यवहार किया गया! इसके पूर्व राजस्थान में कांग्रेस के दलित नेता व विधानसभा में नेता विपक्ष श्री टीकाराम जूली जी के मंदिर जाने के बाद BJP नेता ज्ञानदेव आहूजा ने मंदिर को गंगाजल से धोया! देश में दलितों से नफ़रत BJP की फितरत क्यों बन गई है! सवाल यह भी है कि मप्र के साथ पूरे देश में, हर बार दलित उत्पीड़न और हत्या में भाजपा से जुड़े नेता और मंत्रियों के करीबी ही क्यों शामिल होते हैं? क्यों बार-बार BJP के नेता ही देशभर के अलग-अलग हिस्सों में दलित, आरक्षण, बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी, लोकतंत्र और संविधान विरोधी होने का पुख्ता सबूत देते हैं? BJP सोची-समझी रणनीति के साथ देश में दलितों के साथ उत्पीड़न और अत्याचार की पराकाष्ठा पार करती जा रही है! "सबका साथ, सबका विकास" का ज्ञान देने के बावजूद आप भी चुप हैं! क्यों? दलितों के लिए न्याय की इस लड़ाई में भी शामिल होने मैं मुरैना जा रहा हूं! मांग स्पष्ट है मोहन सरकार घटनाक्रम की जांच गंभीरता से करे व दोषियों पर तत्काल कड़ी कार्रवाई करे!