सागर लोकायुक्त की टीम शुक्रवार दोपहर टीकमगढ़ जिले के गांव पाली पहुंची। जब तक लोग कुछ समझ पाते, तब तक लोगों को पता चला कि ग्राम पंचायत का सचिव रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। पलेरा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत पाली में शुक्रवार दोपहर सागर लोकायुक्त की टीम में छापामार कार्रवाई की, जिसमें तीन हजार की रिश्वत लेते हुए ग्राम पंचायत के सचिव विजय मिश्रा को लोकायुक्त की टीम ने गिरफ्तार किया है।
लोकायुक्त सागर टीम के प्रभारी ने बताया कि पाली गांव के रहने वाले भरतलाल राजपूत ने एक लिखित शिकायत सागर लोकायुक्त में की थी। बताया था कि प्रधानमंत्री आवास की दूसरी किस्त डालने के लिए पंचायत सचिव द्वारा लगातार रिश्वत मांगी जा रही है, जिसका सत्यापन लोकायुक्त सागर टीम द्वारा किया गया। इसके बाद शुक्रवार दोपहर उसे गांव में तीन हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
पाली गांव के रहने वाले फरियादी भरतलाल ने बताया कि गरीबी रेखा के चलते उनके नाम प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ है, जिसकी पहली किश्त मिल गई थी। उन्होंने फाउंडेशन तक काम कर लिया था। लेकिन पिछले तीन महीने से पंचायत सचिव द्वारा लगातार परेशान किया जा रहा था और रिश्वत की मांग की जा रही थी। उन्होंने बताया कि पंचायत सचिव विजय मिश्रा द्वारा सबसे पहले 12,000 की रिश्वत मांगी गई। काफी मिन्नत करने के बाद वह 8,000 पर तैयार हुए।
उन्होंने बताया कि 5,000 वह पहले ले चुके थे। इसके बाद इसकी शिकायत उन्होंने सागर जाकर लोकायुक्त से की और जिसे आज रिश्वत के तौर पर 3,000 दे रहे थे। तभी सागर की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। भरतलाल का कहना है, ग्राम पंचायत का सचिव विजय मिश्रा गांव में किसी भी प्रधानमंत्री आवास में रिश्वत लिए बिना किस्त नहीं डालता है और लगातार परेशान करता है, जिससे परेशान होकर उन्होंने सागर लोकायुक्त में शिकायत की थी।