मध्य प्रदेश के विदिशा जिले से एक ऐसा मामला सामने आया जिसने सभी को चौंका दिया है। एक गरीब सब्ज़ी बेचने वाले किसान को इनकम टैक्स ने 94 करोड़ रुपये का नोटिस भेज दिया है। अब उसका बैंक खाता सीज है, परिवार संकट में है और वो न्याय के लिए भटक रहा है। दरअसल 55 वर्षीय हल्के राम कुशवाह की जिनकी जिंदगी खेत और ठेले के बीच चलती थी, लेकिन वे अब सरकारी सिस्टम की बड़ी भूल या किसी साजिश का शिकार हो चुके हैं। 2022 में उन्हें इनकम टैक्स विभाग से एक ऐसा नोटिस मिला... जिसने सब कुछ बदल दिया।
महज़ ढाई बीघा जमीन और सब्ज़ी बेचकर घर चलाने वाले हल्के राम को 94 करोड़ रुपये का टैक्स नोटिस थमा दिया गया। इसके साथ ही उनका बैंक खाता फ्रीज कर दिया गया और उसमें जमा 30 हजार रुपये भी निकाल लिए गए। पीड़ित हल्के राम कुशवाह ने बताया कि हम तो मेहनत-मजदूरी करते हैं। खेत में काम कर रहे थे, तभी अफसर आए और बोले 94 करोड़ का टैक्स बकाया है। खाता बंद कर दिया है, अब वकील कहते हैं इंतज़ार करों। हम क्या करें?
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अब हल्के राम की हालत ये है कि सरकारी योजनाएं भी नहीं मिल रहीं और परिवार को घर चलाने के लिए कर्ज लेना पड़ रहा है। बेटे कमलेश की चिंता और डर, दोनों चेहरे पर साफ़ दिखते हैं। पीड़ित किसान में बेटे की माने तो हमने तो सिर्फ मेहनत की है पर अब गांव में सब शक करते हैं। कोई हंसता है, कोई कहता है... जेल चले जाओगे। बहुत डर लगता है अब।
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जांच जरूरी है
इनकम टैक्स मामलों के विशेषज्ञ विमल तारण मानते हैं कि यह कोई आम गलती नहीं है। उनके मुताबिक यह एक बड़ा रैकेट हो सकता है, जिसमें गरीबों के नाम पर ट्रांजेक्शन दिखाए जाते हैं। इस मामले में इनकम टैक्स वकील विमल तारण, कहते हैं हमने ऐसे कई केस देखे हैं, जहां गरीब, अनपढ़ या सीमित संसाधनों वाले लोग इस तरह के झूठे ट्रांजेक्शन में फंसाए गए हैं। जांच जरूरी है।