Hindi News
›
Video
›
Rajasthan
›
Bhilwara News
›
Bhilwara News Fire broke out on border of two states causing huge loss to forest wealth and wildlife
{"_id":"67d11676b78a6b11360eaf3e","slug":"fire-broke-out-on-the-border-of-two-states-bhilwara-news-c-1-1-noi1345-2718956-2025-03-12","type":"video","status":"publish","title_hn":"Bhilwara News: दो राज्यों की सीमा पर भड़की आग, वन संपदा और वन्यजीवों को भारी नुकसान","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bhilwara News: दो राज्यों की सीमा पर भड़की आग, वन संपदा और वन्यजीवों को भारी नुकसान
न्यूूज डेस्क, अमर उजाला, भीलवाड़ा Published by: भीलवाड़ा ब्यूरो Updated Wed, 12 Mar 2025 04:29 PM IST
भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिलों की सीमा पर स्थित घने जंगलों में लगी भीषण आग ने बीते दो दिनों में विकराल रूप धारण कर लिया। आग की लपटें भीलवाड़ा जिले के आरोली और साईमाला संरक्षित वन क्षेत्र से फैलते हुए चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं के पेड़ोक्स क्षेत्र तक पहुंच गईं। इस अग्निकांड में करीब 175 हेक्टेयर वन क्षेत्र जलकर खाक हो गया, जिससे बड़ी संख्या में वन्य जीवों की मृत्यु हो गई और वन संपदा को भारी नुकसान हुआ।
देर रात तेज हवाओं के चलते आग तेजी से फैलते हुए बेगूं क्षेत्र के रावडदा और सामरिया ब्लॉक होते हुए चरछा ब्लॉक के जंगल तक पहुंच गई। जंगल में सूखी लकड़ियां और झाड़ियों की अधिकता के कारण आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया। लपटों की भयावहता ने आसपास के गांवों में भी दहशत का माहौल पैदा कर दिया।
आग को फैलने से रोकने के लिए बेगूं वन विभाग की टीम ने तत्परता दिखाई। रात से ही आग बुझाने का अभियान शुरू किया गया, जिसमें नगर पालिका बेगूं की दमकल गाड़ियों की मदद ली गई। करीब 16 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग के बढ़ते वेग को रोका गया। हालांकि, अब भी वन विभाग की टीम स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से आग को पूरी तरह बुझाने में जुटी हुई है।
बताया गया है कि इस आग से न केवल वन संपदा का बड़ा नुकसान हुआ, बल्कि जंगल में निवास करने वाले कई जीव-जंतु इसकी चपेट में आ गए। प्रशासन ने क्षेत्र के ग्रामीणों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने की अपील की है। वन विभाग आग लगने के कारणों की जांच में जुटा है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने की योजना बना रहा है। वन विभाग के अधिकारी अभी तक हुए नुकसान के बारे में कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि इस संबंध में उच्च अधिकारियों के मार्गदर्शन में नुकसान का आकलन करके रिपेार्ट तैयार की जा रही है।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।