नीमच शहर के एक निजी अस्पताल में मरीज की मौत के बाद मंगलवार रात और बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। मृतक के परिजनों और समाजजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। सुबह से जिला अस्पताल परिसर में धरना चला, जो शाम तक जारी रहा। अंततः प्रशासन ने मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश जारी किए, जिसके बाद परिजन शव लेने को तैयार हुए।
अस्पताल में मौत के बाद विवाद
ग्राम जोड़मी निवासी 40 वर्षीय सत्तू दायमा को तबीयत खराब होने पर सोमवार शाम गुप्ता नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। मंगलवार शाम उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया और देर रात तक विरोध करते रहे। हालात बिगड़ते देख पुलिस बल को मौके पर तैनात करना पड़ा।
जिला अस्पताल में धरना
बुधवार सुबह परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया और जिला अस्पताल परिसर में धरने पर बैठ गए। इस दौरान मृतक के समाज के लोगों और समाजसेवी आर. सागर कच्छावा भी परिजनों के साथ आकर आंदोलन में शामिल हो गए। परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल में झोलाछाप डॉक्टर और लापरवाही के चलते मरीज की जान गई है, ऐसे में जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
यह भी पढ़ें- MP News: मुर्दे के गले से चोरी हुआ मंगलसूत्र, शादी के सात महीने बाद नवविवाहिता ने लगा ली थी फांसी; जानें
प्रशासन की समझाइश और जांच के आदेश
स्थिति को देखते हुए एसडीएम संजीव साहू, सीएसपी किरण चौहा सहित प्रशासन और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने आक्रोशित परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। अंततः शाम करीब पांच बजे कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने एसडीएम की अध्यक्षता में मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दिए। इसके बाद ही परिजन शांत हुए और शव लेने को तैयार हुए।
दोबारा पोस्टमार्टम की मांग
परिजनों ने मृतक का दोबारा पोस्टमार्टम कराने की भी मांग की है। एसडीएम संजीव साहू ने कहा कि मामले की मजिस्ट्रीयल जांच कराई जाएगी और जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
यह भी पढ़ें- Indore News: एक साल से फरार प्रेमिका का हत्यारा पकड़ाया, जानिए कैसे बदलता रहा हुलिया