प्रयाग नगरी यानी इलाहाबाद से पढ़कर लाखों-करोड़ों स्टूडेंट्स देश-विदेश में भारत का नाम रौशन कर रहे है। लेकिन आपको पता है कि यहां के सरकारी स्कूलों में अभिभावकों का विश्वास अब उतना नहीं है, जितना पहले हुआ करता था। इलाहाबाद के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या अब सिर्फ 30-40 तक सीमित रह गई है।
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