{"_id":"693c0284e63330ff470aa74c","slug":"video-trucks-loaded-with-rice-seized-2025-12-12","type":"video","status":"publish","title_hn":"VIDEO: पकड़े गए चावल से भरे ट्रक, प्रशासन ने जांच के बाद छोड़े","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
VIDEO: पकड़े गए चावल से भरे ट्रक, प्रशासन ने जांच के बाद छोड़े
एटा के अलीगंज क्षेत्र में फतेहपुर गांव और नए गांव में चावल से भरे ट्रकों के पकड़े जाने के मामलों में प्रशासन ने जांच पूरी कर ली है। दोनों मामलों में चावल को लेकर संदेह जताया गया था कि कहीं यह आंगनबाड़ी या किसी सरकारी योजना का तो नहीं है। संदेह के आधार पर अधिकारियों ने ट्रकों को कब्जे में लेकर जांच प्रक्रिया शुरू की थी। पहला मामला फतेहपुर गांव का है, जहां आंगनबाड़ी का चावल आने की सूचना पर एसडीएम अलीगंज जगमोहन गुप्ता के निर्देश पर नायब तहसीलदार और एआरओ को मौके पर भेजा गया। यहां से चावल से भरे दो ट्रक बरामद कर अलीगंज लाया गया। वाहन मालिक को भी जांच के लिए बुलाया गया। विस्तृत पड़ताल में यह पाया गया कि ट्रकों पर लदा चावल बिहार से आया था तथा उसके सभी वैध दस्तावेज, बिल्टी आदि मौजूद थे। चावल का किसी भी सरकारी योजना से संबंध न मिलने पर दोनों ट्रक छोड़ दिए गए। इसी तरह कुछ दिन पूर्व नए गांव में भी चावल से भरा एक ट्रक पकड़ा गया था। इस मामले की जांच डीएसओ द्वारा की गई। जांच में चावल के बोरों पर न तो सप्लाई विभाग की कटिंग मिली और न ही यूनिक सिलाई, साथ ही प्रथम दृष्टया क्वालिटी भी सरकारी चावल से मेल नहीं खा रही थी। संदेह की स्थिति में ट्रक को गांव में ही 10–15 दिन तक खड़ा रखा गया। बाद में दस्तावेजों की जांच और सत्यापन में सबकुछ सही मिलने पर इस ट्रक को भी मुक्त कर दिया गया।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।