संभल के सरायतरीन इलाके में रहने वाले मीट कारोबारी हाजी इमरान और हाजी इरफान के घरों के साथ-साथ उनके गांव चिमियावली स्थित मीट फैक्टरी पर आयकर विभाग की छापेमारी दूसरे दिन मंगलवार को भी जारी रही। वहीं, मोहल्ला नाला स्थित रिश्तेदार और चमन सराय निवासी कर्मचारी के घरों पर हुई तलाशी मंगलवार शाम तक पूरी कर ली गई, जिसके बाद टीमें लौट गईं।
दिनभर कई बार आयकर अधिकारी मीट फैक्टरी और कारोबारियों के घर में आते-जाते नजर आए। सूत्रों के मुताबिक, छानबीन में बड़ी कर चोरी उजागर होने की संभावना है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि जांच पूरी होने के बाद ही हो सकेगी। चर्चा यह भी है कि कार्रवाई बुधवार तक जारी रह सकती है, लेकिन आयकर विभाग के किसी अधिकारी ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
छापेमारी की शुरुआत सोमवार तड़के चार बजे हुई थी। मंगलवार देर रात तक फैक्टरी और कारोबारी के घर में तलाशी अभियान चलता रहा। दोनों स्थानों पर करीब 80 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी मौजूद बताए जा रहे हैं। फैक्टरी में करीब 100 मजदूर हैं, जिन्हें बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई है। इसी तरह कारोबारी के घर से भी कोई सदस्य बाहर नहीं आया।
सूत्रों का कहना है कि फैक्टरी के अंदर ही रसोई की व्यवस्था है, जहां कर्मचारियों और मजदूरों को खाना दिया जा रहा है। मंगलवार को कई बार मजदूर गेट तक पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें बाहर नहीं जाने दिया। जानकारी के अनुसार, शहर के एक होटल से सोमवार की रात करीब 160 लोगों के लिए थालियां पैक कर फैक्टरी भेजी गई थीं। इससे यह स्पष्ट है कि कार्रवाई में बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। मंगलवार को भी होटल से खाना फैक्टरी में भेजा गया, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो सका कि वह किस होटल से आया था।
बताया जा रहा है कि सोमवार सुबह से ही फैक्टरी में कार्रवाई शुरू हो गई थी, लेकिन रविवार रात से ही वहां कागजी तैयारियां जोरों पर थीं। सूत्रों के मुताबिक, मीट कारोबारियों को पहले से छापे की आशंका थी, इसलिए उन्होंने दस्तावेजों को व्यवस्थित करने का काम रविवार रात में ही पूरा कर लिया था। बावजूद इसके, सोमवार सुबह आयकर विभाग की टीमों ने अचानक पहुंचकर कार्रवाई शुरू कर दी।