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VIDEO : Knowledge of Indus civilization and sculpture given to students at Swarnaprastha Museum in Sonipat
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VIDEO : सोनीपत के स्वर्णप्रस्थ संग्रहालय में विद्यार्थियों को दिया सिंधु सभ्यता व मूर्तिकला का ज्ञान
स्वर्णप्रस्थ संग्रहालय में राजकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को हरियाणा पुरातत्व स्थलों से संबंधित जानकारी देने के उद्देश्य से दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। कार्यशाला की शुरुआत ब्यूटीफिकेशन सोसाइटी के सदस्य सचिव राजेश खत्री की ओर से की गई। चंडीगढ़ से पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की सुपरवाइजर सुरुचिका चावला ने कार्यशाला के पहले दिन विद्यार्थियों को मिट्टी के मटकों पर चित्रकारी करना सिखाया।
सोसाइटी के सदस्य सचिव राजेश खत्री ने बताया कि स्वर्णप्रस्थ संग्रहालय व पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के तत्वावधान में कार्यशाला का आयोजन किया गया है। पहले दिन राजकीय विद्यालयों की कक्षा छठी से आठवीं तक के 25 विद्यार्थियों ने कार्यशाला में भाग लिया। राजेश खत्री ने विद्यार्थियों को संग्रहालय से सबंधित जानकारी दी। साथ ही उन्हें सिंधु सभ्यता से लेकर मृत भांड अर्थात पाषाण युग के बर्तन व मूर्ति कला के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि स्वर्णप्रस्थ संग्रहालय में 100 से 5000 वर्ष तक पुरानी वस्तुएं 23 गैलरी में स्थापित की गई हैं। इन सभी वस्तुओं का संग्रह स्थानीय लोगों के सहयोग से किया गया है।
पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की सुपरवाइजर सुरुचिका चावला ने बताया कि हजारों साल पहले मिट्टी के बर्तनों का उपयोग किया जाता था। उस समय फूलों व पेड़ों की पत्तियों का इस्तेमाल कर रंग बनाए जाते थे। मिट्टी के बर्तनों के ऊपर रंग करके उन्हें सुंदर रूप दिया जाता था। यह बर्तन काफी आकर्षक होते थे। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रदेशभर में जमीन की खोदाई कर निकाली गई मूर्तियों के बारे में भी जानकारी दी। कार्यशाला के प्रतिभागी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। कार्यशाला में विजय कुमार, बिंद्र सिंह, शिक्षक शर्मिला, रवीन कुमार व रितेश मौजूद रहे।
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