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On Wednesday devotees will be able to see Lord Shiva in the form of butter at the Baba Bhutnath Temple in Mandi
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Mandi: मंडी में स्थित बाबा भूतनाथ मंदिर में बुधवार को होंगे घृत रूपी मक्खन में भोले बाबा के दर्शन
हिमाचल प्रदेश के मंडी में स्थित बाबा भूतनाथ मंदिर में बुधवार को घृत रूपी मक्खन में बाबा के दर्शन होंगे। बाबा भूतनाथ मंदिर के महंत देवानंद सरस्वती ने बताया कि पहली जनवरी से मक्खन एकत्र किया जायेगा। 16 जनवरी को आने वाली तारारात्रि से मक्खन को शिवलिंग पर चढ़ाया जाएगा। पहले दिन गाय का 21 किलो मक्खन से शिवलिंग पर शृंगार किया जाएगा। प्राचीनकाल से चली आ रही परंपरा को निभाया जाएगा। पहले शिवलिंग पर मक्खन ही चढ़ाया जाता था, शृंगार नहीं किया जाता था। अब मक्खन से शिवलिंग का शृंगार किया जाता है। देश के प्रसिद्ध मंदिरों में विराजमान भोलेनाथ का रूप उकेरा जाता है। शिवरात्रि तक यानी एक महीना तक शिवलिंग पर मक्खन से भोलेनाथ के विभिन्न रूप उकेरे जाएंगे। मंदिर में प्राचीन समय से चली आ रही मक्खन चढ़ाने की परंपरा को विधि विधान के साथ निभाया जाएगा। मान्यता है कि मक्खन को घृत मंडल के रूप में शिव भगवान को चढ़ाया जाता था। आध्यात्मिक दृष्टि से भगवान को 11 महीने तक जल चढ़ाया जाता है। एक महीना जल की गागर को उतारकर मक्खन चढ़ाया जाता है। प्राचीन समय में राजघराने में ही मक्खन चढ़ाया जाता था लेकिन आज हर श्रद्धालु इस परंपरा में हिस्सा लेता है। मान्यता है कि प्राचीन समय में एक गाय हर दिन नदी पार कर थनों से दूध की धारा भूतनाथ मंदिर के पास डालती थी। यह खबर लोगों के बीच फैल गई तो राजा अजबर सेन को सपने में भगवान शिव ने दर्शन दिए और बताया कि जिस स्थान पर गाय दूध की धारा बहाती है, वहां एक शिवलिंग है। शिव भगवान ने सपने में राजा से उस स्थान पर मंदिर बनाकर उसे भूतनाथ का नाम देने के कहा। राजा ने जाकर देखा तो वहां सचमुच एक शिवलिंग स्थापित मिला। इसके बाद मंदिर का निर्माण किया गया।
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