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VIDEO: गोंडा में घना कोहरा और शीतलहर का प्रकोप, दृश्यता 20 मीटर से भी कम, प्रशासन अलर्ट
गोंडा। जिले में लगातार तीसरे दिन शुक्रवार की सुबह भी गोंडा घने कोहरे की चादर में लिपटा रहा। तड़के से ही कोहरा इतना घना रहा कि दृश्यता घटकर 20 मीटर से भी कम रह गई। इससे सड़क और रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। बसों की रफ्तार धीमी कर दी गई, वहीं लंबी दूरी की छह ट्रेनें अपने निर्धारित समय से विलंब से चल रही हैं। यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
कोहरे के साथ ही शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से आमजन, किसानों और पशुपालकों के लिए विस्तृत एडवाइजरी जारी की गई है। शीतलहर से संबंधित मौसम पूर्वानुमान और आपातकालीन दिशा-निर्देशों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है।
एडीएम ने आमजन से अपील की है कि यथासंभव ठंडी हवा के सीधे संपर्क में न आएं। उन्होंने कहा कि ढीले फिटिंग वाले, हल्के और विंडप्रूफ ऊनी कपड़ों की कई परतें पहनें। शरीर को सूखा रखें तथा सिर, गर्दन, हाथ और पैरों को अच्छी तरह ढकें। दस्ताने, टोपी और मफलर का प्रयोग जरूर करें।
बाल रोग विशेषज्ञ डा. घनश्याम गुप्ता ने बताया कि शरीर का तापमान संतुलित रखने के लिए विटामिन-सी युक्त फल और सब्जियों का सेवन करें तथा नियमित रूप से गर्म तरल पदार्थ पिएं। त्वचा को सूखने से बचाने के लिए तेल, पेट्रोलियम जेली या बॉडी क्रीम का उपयोग करें। बुजुर्गों, बच्चों और अकेले रहने वाले लोगों की विशेष देखभाल जरूरी है।
किसानों के लिए सलाह
एडीएम ने बताया कि शीतलहर और पाला फसलों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इससे पत्तियों के झुलसने, रोगों के प्रकोप, अंकुरण और उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ता है। किसानों को बोर्डो मिश्रण या कॉपर ऑक्सीक्लोराइड, फास्फोरस और पोटाश के छिड़काव की सलाह दी गई है। हल्की और बार-बार सिंचाई, स्प्रिंकलर का प्रयोग, ठंड प्रतिरोधी किस्मों की खेती, इंटरक्रॉपिंग, जैविक मल्चिंग और विंड ब्रेक शेल्टर बेल्ट अपनाने को कहा गया है। युवा पौधों को प्लास्टिक या पुआल से ढककर सुरक्षित रखने की भी सलाह दी गई है।
पशुपालकों के लिए दिशा-निर्देश
शीतलहर के दौरान पशुओं को अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। पशुओं को ठंडी हवा के सीधे संपर्क से बचाएं, आश्रयों को ढककर रखें, गर्म बिछावन और पर्याप्त आहार की व्यवस्था करें। उच्च गुणवत्ता वाला चारा, वसायुक्त खुराक और स्वच्छ पानी उपलब्ध कराएं।
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