{"_id":"6863a39addd21f82e10ce999","slug":"video-paraimara-sakal-ka-valya-ka-varathha-ma-utara-abdakara-sana-rajayapal-ka-bhaja-janiapana-2025-07-01","type":"video","status":"publish","title_hn":"प्राइमरी स्कूलों के विलय के विरोध में उतरी अंबेडकर सेना, राज्यपाल को भेजा ज्ञापन","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
प्राइमरी स्कूलों के विलय के विरोध में उतरी अंबेडकर सेना, राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
उत्तर प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों के विलय के विरोध में राष्ट्रीय अंबेडकर सेना ने सुल्तानपुर में प्रदर्शन किया। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट उदय प्रताप कोरी और जिला अध्यक्ष संदीप रतन के नेतृत्व में मंगलवार को कार्यकर्ता एकत्र हुए। उन्होंने जिला प्रशासन के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा। इसमें कहा कि संविधान के अनुच्छेद 21ए के तहत 6 से 14 वर्ष के बच्चों को नि:शुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार है। उत्तर प्रदेश सरकार का 16 जून, 2025 का आदेश इस अधिकार का उल्लंघन करता है।
बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को प्राथमिक विद्यालयों का समीप के विद्यालयों से विलय करने का निर्देश दिया है। संगठन का कहना है कि इससे पिछड़े और वंचित क्षेत्रों में शिक्षा का स्तर प्रभावित होगा। साक्षरता दर में गिरावट आएगी। संगठन ने तीन प्रमुख मांगें रखी हैं। इसमें 40 हजार प्राइमरी स्कूलों को बंद करने का फैसला वापस लें, भूमिहीन गरीबों को खेती के लिए पट्टा दें, बी.ए पास बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी दें, शामिल हैं। राष्ट्रीय अंबेडकर सेना ने चेतावनी दी है कि अगर स्कूलों के विलय का फैसला वापस नहीं लिया गया तो प्रदेश के विभिन्न जिलों में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।