{"_id":"68fb4b92406f433d94032a76","slug":"video-video-thanpr-samaja-ka-canataya-oura-samathhana-para-tha-thavasaya-atararashhataraya-sagashhatha-shanpr-2025-10-24","type":"video","status":"publish","title_hn":"VIDEO: थारू समाज की चुनौतियों और समाधान पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी शुरू","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
VIDEO: थारू समाज की चुनौतियों और समाधान पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी शुरू
किसान पीजी कॉलेज में शुक्रवार सुबह 10:30 बजे से थारू समाज की चुनौतियों और उसके समाधान विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी की शुरुआत हुई। इस सेमिनार का उद्देश्य थारू समाज की संस्कृति, शिक्षा, स्वास्थ्य, पारंपरिक आजीविका और जनजातीय अधिकारों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने पर गहन चर्चा करना है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक कौशल किशोर, किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय लखनऊ के पूर्व गैस्ट्रो विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एमएल भट्ट, और मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर के कुलपति प्रोफेसर रवि शंकर सिंह मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से हुई।
संगोष्ठी में थारू समाज की ओर से आए प्रतिनिधि विजय बहादुर चौधरी ने जनजातीय समुदाय की मौजूदा जमीनी चुनौतियों और सरकारी स्तर पर जरूरी सुधारों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि थारू समाज सीमावर्ती इलाके में बसे होने के कारण कई बार विकास की मुख्य धारा से पीछे छूट जाता है, इसलिए शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक आसान पहुंच बेहद जरूरी है।
कॉलेज प्रबंधन समिति के सचिव तथा सीमा जागरण मंच के प्रांत उपाध्यक्ष मेजर डॉ. एस.पी. सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया और इसे वैश्विक पटल पर थारू संस्कृति को स्थापित करने की शुरुआत बताया।
कार्यक्रम से पहले एनसीसी कैडेट्स की ओर से मुख्य अतिथियों को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। सभी अतिथियों ने स्वाधीनता सेनानी तथा पूर्व मंत्री ठाकुर हुकुम सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
संगोष्ठी में नेपाल बॉर्डर क्षेत्र में बसे थारू समाज की जीवनशैली, परंपराएं और अंतरराष्ट्रीय सीमाई चुनौतियों पर भी चर्चा होगी। सेमिनार के दूसरे दिन विदेशी विशेषज्ञों के ऑनलाइन सत्र भी प्रस्तावित हैं, जिसमें थारू समाज की तुलना विश्व की अन्य जनजातियों से की जाएगी और व्यवहारिक समाधान खोजे जाएंगे।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।