कुंभ पूर्व वैष्णव बैठक शुरू होते ही ठाकुर बांकेबिहारी की नगरी वृंदावन भक्ति के रंग में सराबोर हो गई है। यमुना तट पर आस्था की नगरी बसी है। यहां देश के कोने-कोने से भक्त अपनी अभिलाषा लिए पहुंचने लगे हैं। पहले दिन कुंभ मेले पर उमड़ी भीड़ को देखकर लगा कि लघु भारत के यहां दर्शन हो रहे हैं। ब्रज रज में धूनी रमाए हठयोगी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।